बिहार में तेज रफ्तार का कहर: बेकाबू कार ने 12 लोगों को कुचला, चार की स्थिति गंभीर

बिहार में तेज रफ्तार का कहर

बिहार में तेज रफ्तार का कहर में सड़क हादसे दिनों-दिन चिंता का कारण बनते जा रहे हैं। लापरवाह और तेज गति से वाहन चलाने के कारण कई निर्दोष प्राणियों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है। हालिया घटना मुजफ्फरपुर की है, जहां एक बेकाबू कार ने दर्जन भर लोगों को रौंद दिया। इस दुर्घटना में चार लोगों की स्थिति बेहद गंभीर बताई जा रही है। स्थानीय निवासियों ने चालक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।

हादसा कैसे हुआ?

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रविवार सुबह मुजफ्फरपुर के व्यस्त क्षेत्र में एक तेज गति से आ रही कार ने अचानक अपना नियंत्रण खो दिया। सड़क पर मौजूद लोगों को कुछ समझने का मौका मिले, इससे पहले ही कार भीड़ में घुस गई। चीख-पुकार मच गई और पल भर में दर्जन भर लोग कार की चपेट में आ गए।

यह घटना इतनी अचानक घटी कि पास में खड़े लोग सहायता नहीं कर सके। लोग सड़क पर घायल हालत में तड़पते रहे।

चार की हालत चिंताजनक

इस दुर्घटना में कई लोग घायल हुए हैं, जिनमें से चार की स्थिति काफी गंभीर है। सभी घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। चिकित्सकों के अनुसार, कुछ घायलों को सिर और रीढ़ में गंभीर चोटें आई हैं। घायलों के परिवार के सदस्य भी अस्पताल में मौजूद हैं और उनके चेहरों पर चिंता स्पष्ट दिखाई दे रही है।

ड्राइवर भी हुआ घायल, लोगों ने उसे पकड़ लिया

हादसे के पश्चात, तत्काल स्थानीय निवासियों ने गुस्से में आकर कार के चालक को रोक लिया। जानकारी के अनुसार, ड्राइवर भी इस घटना में घायल हुआ है। पहले तो भीड़ ने उसे जमकर फटकार लगाई और फिर उसे पुलिस के सुपुर्द कर दिया। इस समय पुलिस इस मामले की जांच कर रही है कि क्या चालक नशे में था या तेज गति के चलते यह दुर्घटना हुई।

बिहार में तेज रफ्तार का कहर: प्रशासन और पुलिस की सक्रियता

हादसे की सूचना मिलने पर पुलिस तत्परता से घटनास्थल पर पहुंची और स्थानीय लोगों के सहयोग से घायलों को अस्पताल पहुंचाया। इस बीच, कार को कब्जे में लिया गया है और चालक से पूछताछ जारी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यदि लापरवाही या शराब पीकर गाड़ी चलाने की बात स्थापित होती है, तो कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

भीड़ का गुस्सा और सवाल

स्थानीय निवासी इस हादसे से काफी आहत हैं। उनका कहना है कि इस इलाके में पहले भी कई बार ऐसे हादसे हो चुके हैं। बार-बार शिकायत करने के बावजूद न तो स्पीड ब्रेकर लगवाए गए हैं और न ही पुलिस की गश्त में कोई वृद्धि की गई है।

एक स्थानीय निवासी ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा, “जब तक कड़ी कार्रवाई नहीं की जाएगी और सड़क सुरक्षा पर जोर नहीं दिया जाएगा, तब तक ऐसे हादसे होते रहेंगे।”

सड़क पर तेज दौड़ते और लापरवाह तरीके से गाड़ी चलाने का खेल

बिहार सहित पूरे देश में सड़क दुर्घटनाओं का प्राथमिक कारण तेज गति और लापरवाही के साथ गाड़ी चलाना है। चालक अक्सर यातायात नियमों की अनदेखी करते हैं। शराब के सेवन के बाद गाड़ी चलाना और मोबाइल का इस्तेमाल करना भी इन हादसों के पीछे एक महत्वपूर्ण कारण बनता है।

यह एक स्थिति हमें फिर से याद दिलाती है कि सड़क पर थोड़ी सी चूक कई जिंदगियों को खतरनाक स्थिति में डाल सकती है।

निष्कर्ष

मुजफ्फरपुर में हुआ यह हादसा उन परिवारों के लिए एक भयानक झटका है जिनके प्रियजन घायल हुए हैं। चार व्यक्तियों की स्थिति गंभीर बनी हुई है, और पूरा क्षेत्र दहशत में है। ड्राइवर की गिरफ्तारी और पुलिस जांच निश्चित रूप से एक सकारात्मक कदम है, लेकिन वास्तविक राहत तब ही मिलेगी जब इस प्रकार के दुर्घटनाएं समाप्त होंगी।

तेज़ रफ़्तार का यह प्रदर्शन बार-बार यही प्रश्न उठाता है—क्या हमारी ज़िंदगी सड़क पर केवल किस्मत के सहारे है?

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